पहली एसआरवी कार्यशाला में बैठना एलिजाबेथ अल्बुकर्क (लिज़) के लिए एक दर्पण में देखने की तरह लग रहा था। “मेरी विश्वास प्रणाली, कि कैसे प्रत्येक मनुष्य सम्मान, गरिमा और जीवन में एक उद्देश्य का हकदार है …. ठीक वहां, उस दर्पण से जैसे कि मुझे घूर रहा था।” प्रत्येक व्यक्ति के लिए सार्थक और मूल्यवान...Read More
सामाजिक अवमूल्यन और लोगों का समाज के हाशिए पर कर दिया जाना उनको शक्तिविहीन बनाता है, उनको छोटा महसूस कराता है और समाज के अन्य लोगों की नजरों में उन्हें गायब भी कर देता है, विशेष कर जब वे दूर में अवस्थित मानसिक आरोग्यशालाओं में बंद पड़े हों। सम्मानित सामाजिक भूमिकाएं, यहां तक कि छोटी...Read More
तस्वीरें सुजाता खन्ना फोटोग्राफी से हैं व्यक्ति केंद्रित योजना, हर तरह की महत्वपूर्ण भूमिका को निभाने में मदद करने के लिए, दर्शन पैदा करने का एक शक्तिशाली तरीका हो सकता है। ऑटिज्म सोसाइटी, पश्चिम बंगाल ने अपने संगठन को एक शक्तिशाली बढ़ावा दिया जब उन्होंने अपने एस.आर.वी. प्रेम को PATH जैसे उपकरण का उपयोग करके...Read More
Samarpan always wanted a job. He wanted to travel to work, get paid, and work just like any other young person his age. However, studying in a special school, he was constantly protected, and taught skills in “pretend situations,” so for him, real work had not been a real consideration. And then came the introduction...Read More
किरण, विकासात्मक विकलांगताओं युक्त एक युवती, कई वर्षों तक एक बच्चे के रूप में और बाद में एक वयस्क व्यक्ति के रूप में भी सामूहिक तौर पर इकट्ठे और दूसरों से अलग-थलग रहने वाली संस्था में रहती थी। 3 अन्य महिलाओं के साथ एक सामान्य घर में जाना उसके जीवन में एक बड़ा बदलाव था,...Read More
बेंगलुरु शहर में, बबल्स सेंटर ऑफ ऑटिज्म और प्रगति के परिवारों और नेताओं ने परिवारों को सशक्त बनाने के लिए और जिन छात्रों और युवा वयस्कों की सेवा वे करते हैं उनके लिए सकारात्मक और संभावित भविष्य की कल्पना करने ओर आगे बढ़ने में मदद करने के लिए शक्तिशाली, समावेशी, व्यक्ति केंद्रित उपायों का इस्तेमाल...Read More
तस्वीरें सुजाता खन्ना फोटोग्राफी से हैं जब भावना और रोज़ी ने आश्रय घर छोड़ा, तो उनके पास अपना कुछ भी नहीं था – ना अपनी कोई तस्वीर, ना अपनी कहानी बताने के लिए कोई वस्तु या स्मृति चिन्ह। उनके जीवन के इतिहास से जोड़ने के लिए उनके पास कुछ भी नहीं था। जिन लोगों ने...Read More
श्री श्रुतर्षि बनर्जी कोलकाता में रहते हैं, और यदि आपको उनसे मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ तो उन्हें एक उद्यमी, एक प्रबंधक और एक व्यावसायिक साझेदार के रूप में पेश किया जाएगा। उनका जीवन पहले के कौशल प्रशिक्षण कक्षा में भागीदारी से इतना बदल गया है, जो किसी रोजगार या अन्य मूल्यवान भूमिकाओं की ओर...Read More
यदि आप ऑटिज्म सोसाइटी पश्चिम बंगाल के रोजगार प्रभाग में जाते हैं, तो आप वहां काम करने वाले लोगों और प्रशिक्षणार्थियों को“हमारे बच्चों” के रूप में सम्बोधित किया जाना नहीं सुनेंगे। आपदीवारों को उदारता पूर्वक देने वालों की प्रशंसा करते हुए दान पट्टिकाओं के साथ भरा हुआ नहीं देखेंगे और न ही दीवारों पर आटिस्म...Read More
तस्वीरें सुजाता खन्ना फोटोग्राफी से हैं विकलांगता युक्त लोगों को अक्सर “उन लोगों” के रूप में देखा जाता या वर्णन किया जाता है- और उनको अलग-थलग कर देना या एक जगह में इकट्ठा कर रखने के कारण ना सिर्फ उन्हें अलग लोगों के रूप में देखे जाने की प्रवृति को बढ़ावा मिलता है परन्तु उन्हें...Read More