नहीं किसी काम का - डॉ. रानू उनियाल, कवयित्री, लेखिका, प्रोफेसर और माँ संपादक का नोट: डॉ. उनियाल विकासात्मक विकलांगता युक्त लोगों के बारे में कई लोगों द्वारा सामाजिक अस्वीकृतियों के प्रभाव और आहत वाली धारणाओं की क्रड़वी सच्चाई के साथ लिखती हैं।Read More
बैंगलोर संगीत विद्यालय और समावेशन की कला - सुजा पिशारोडी , एक माँ, एडवोकोट और एस.आर.वी. लीडर द्वारा साझा की गई एक व्यक्तिगत कहानी संपादक का नोट: सुजा ध्रुव की मां है, जो एक प्रतिभाशाली और खुश रहनेवाला ऑटिज़्म युक्त किशोर है। ध्रुव और उसकी मां, सुजा, दोनों भारत के उस समुदाय से गहरे तौर...Read More
स्वतंत्रता दिवस पर एकता की एक मिसाल: एक अधिक न्यायपूर्ण और समावेशी दुनिया का जश्न मनाना - डॉ. मलय कांति डे और ब्रताती चौधरी, माता-पिता, संस्थापक-चिनसुराह सेंस सोसाइटी, राष्ट्रीय एस.आर.वी. लीडर विकलांगता युक्त व्यक्तियों सहित, अवमूल्यित व्यक्तियों के समावेशन करने का एक अभूतपूर्व मॉडल जो डॉ. वुल्फ वोल्फेंसबर्गर के सामाजिक भूमिका मूल्यवर्धन (एस.आर.वी.) के सिद्धांतों...Read More
हमारे क्रिसमस ट्री के आसपास का समुदाय - एलिजाबेथ (लिज़) अल्बुकर्क, मां, एडवोकेट, एस.आर.वी. लीडर डैन विल्किंस के अनुसार, जो समुदाय अपने एक भी सदस्य को बाहर कर देता है, वह समुदाय ही नहीं है। और एक समुदाय हर किसी के लिए महत्वपूर्ण है: यह हमारे अपनापन महसूस करने की आवश्यकता को पूरा करता है,...Read More
बड़े सपने देखना - समावेशन को वास्तविकता बनाना - पर्सी कार्डोज़ो और महिमा गुप्ता, संगत, गोवा। पर्सी एक मनोवैज्ञानिक और शिक्षक हैं जिन्हें समावेशी शिक्षा के बारे में जुनून हैं और उन्होंने समावेशी सशक्त प्रणाली का निर्माण करने में स्कूलों की सहायता के लिए विभिन्न हस्तक्षेप विकसित किये हैं। उनकी सहकर्मी महिमा, हस्तक्षेप सहलकार के...Read More
हमारे बिना, हमारे बारे में कुछ भी नहीं - लीला राज संपादक का नोट: वर्ष 2022 में, कीस्टोन इंस्टीट्यूट इंडिया ने विकासात्मक विकलांगता युक्त लोगों को अपने समुदायों के साथ-साथ राष्ट्रीय स्व-वकालत (self-advocacy) आंदोलन में नेतृत्व की भूमिका निभाने में सहायता करने के लिए दो एडवोकेसी रिट्रीट का सह-संचालन और सह-आयोजन किया।Read More
“संचार” मेरियम-वेबस्टर शब्दकोश द्वारा इस प्रकार परिभाषित किया गया है- "एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा प्रतीकों, संकेतों या व्यवहार की एक सामान्य प्रणाली के माध्यम से व्यक्तियों के बीच सूचनाओं का आदान-प्रदान होता है"। मनुष्य सिर्फ वाणी द्वारा एक दूसरे से संवाद नहीं करते; हम कई माध्यमों से संवाद करते हैं: हावभाव, मुद्राएं, चेहरे...Read More
विकलांगता युक्त लोग दुनिया में अपना सही स्थान पा सकें इसके लिए जो बदलाव हम देखना चाहते हैं, वे, अक्सर छोटे लेकिन शक्तिशाली किश्तों में होते हैं। आकर्षक परिवर्तन प्रभावशाली होते है, लेकिन विश्वासयोग्य, बेहतर जीवन की दिशा में उठाए गए छोटे कदम और अधिक संभावनाएं, भविष्य में विजय दिला सकती हैं।Read More
संपादक का नोट: सुधा नायर, एक विशेष शिक्षिका, एक सक्रिय कार्यकर्ता और पुणे की एस.आर.वी. लीडर, सामाजिक भूमिका मूल्यवर्धन (एस.आर.वी.) के मूल मूल्यों के आधार पर एक कार्यक्रम विकसित करने का एक व्यक्तिगत अनुभव साझा करती हैं। कौन सी बातें एक अच्छा कार्यक्रम बनाती हैं? उसमें क्या सामग्री लगती है ... कौशल प्रशिक्षण की थोड़ी...Read More